It is essential to maintain good mental health. Essential for quality of life and overall health. To help you prioritize your own mental health and well-being, here are some simple do’s and don’ts:
अच्छा मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखना आवश्यक है। जीवन की गुणवत्ता और समग्र स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। स्वयं का मानसिक स्वास्थ्य और अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने में आपकी मदद के लिए, यहां कुछ सरल उपाय दिए गए हैं, जो आपको करने चाहिए और जो नहीं करने चाहिए:
The Dos: क्या करें:
Practice Self-Care: स्व-देखभाल को प्राथमिकता दें:
Find time for self-care activities. Find time for activities that bring you joy and relaxation, which nourishes your mind, body and soul, whether it’s exercise, meditation, journaling, reading a book, taking a walk in nature, practicing mindfulness. Be involved in some interest. Prioritize a self-care activity, which recharges your mind and reduces stress. This may include activities like spending time in nature or engaging in your favourite hobbies.
स्व-देखभाल गतिविधियों के लिए समय निकालें। उन गतिविधियों के लिए समय निकालें जो आपको खुशी और आराम दें। जो आपके मन, शरीर और आत्मा का पोषण करती हैं। चाहे वह व्यायाम, ध्यान, जर्नलिंग, किताब पढ़ना हो, प्रकृति में सैर करना हो, माइंडफुलनेस / सचेतनता का अभ्यास करना हो। किसी अभिरुचि में शामिल होना हो। स्व-देखभाल गतिविधियों को प्राथमिकता दें। जो आपके मन को रिचार्ज करती हैं। तनाव को कम करती हैं। इसमें प्रकृति में समय बिताना या अपने पसंदीदा शौक शामिल करना जैसी गतिविधियाँ शामिल हो सकती हैं।
Do Seek Support: अवश्य सहायता लें:
When you need support or someone to talk to, reach out to friends, family or a family doctor, mental health professionals. If you are struggling with your mental health don’t hesitate to ask for help.
जब आपको सहायता या किसी से बात करने की आवश्यकता हो तो दोस्तों, परिवार या Family Doctor, मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों से संपर्क करें। यदि आप अपने मानसिक स्वास्थ्य से जूझ रहे हैं तो मदद माँगने में संकोच न करें।
Do Practice Mindfulness: माइंडफुलनेस का अभ्यास करें:
Develop mindfulness by bringing your attention to the present moment without judgment. Mindfulness practices such as meditation, deep breathing or mindful walking can help reduce stress and improve emotional well-being.
बिना किसी निर्णय के अपना ध्यान वर्तमान क्षण पर ला सचेतनता विकसित करें। ध्यान, गहरी सांस लेना या सचेत होकर चलना जैसे माइंडफुलनेस अभ्यास तनाव को कम करने और भावनात्मक कल्याण में सुधार करने में मदद कर सकते हैं।
Do Set Boundaries: सीमाएँ निर्धारित करें:
Establish healthy boundaries in your relationships and daily life to protect your mental health. Learn to say no to obligations that tire you and prioritize activities that bring you joy and satisfaction.
अपने मानसिक स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए अपने रिश्तों और दैनिक जीवन में स्वस्थ सीमाएँ स्थापित करें। उन दायित्वों को ना कहना सीखें जो आपको थका देते हैं और उन गतिविधियों को प्राथमिकता दें जो आपको खुशी और संतुष्टि प्रदान करती हैं।
Do Practice Gratitude: कृतज्ञता का अभ्यास करें:
Regularly express gratitude for the wisdom you receive from the people, experiences and blessings in your life. Develop a gratitude practice. Keep a gratitude journal or simply take some time to appreciate the small joys. It can boost your overall mood and attitude.
अपने जीवन में लोगों से, अनुभवों से और आशीर्वादों से मिलनेवाले ग्यान के लिए नियमित रूप से धन्यवाद व्यक्त करे। कृतज्ञता का अभ्यास विकसित करें। एक कृतज्ञता पत्रिका रखना या बस छोटी-छोटी खुशियों की सराहना करने के लिए कुछ समय निकाले। यह आपके समग्र मूड और दृष्टीकोण को बढ़ावा दे सकता है।
The Don’ts: क्या न करें:
Don’t Ignore Your Feelings: अपनी भावनाओं को अनदेखा न करें:
Don’t ignore your feelings. Accept and validate your feelings, even if they are uncomfortable or difficult. Ignoring or suppressing emotions can increase stress and mental health problems.
अपनी भावनाओं को अनदेखा न करें। अपनी भावनाओं को स्वीकार करें और मान्य करें, भले ही वे असहज या कठिन हों। भावनाओं को नज़रअंदाज करने या दबाने से स्ट्रेस/तनाव और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
Don’t Compare Yourself to Others: दूसरों से अपनी तुलना न करें:
Never compare your life, achievements or struggles with others. Everyone’s journey is unique here. Focusing on comparisons can lower your own self-worth and happiness.
अपने जीवन, उपलब्धियों या संघर्षों की कभीभी दूसरों से तुलना करने से बचें। यहां हर किसी की यात्रा अनोखी होती है। तुलनाओं पर ध्यान केंद्रित करने से आपका अपना आत्म-मूल्य और खुशीया कम हो सकती है।
Don’t Neglect Physical Health: शारीरिक स्वास्थ्य की उपेक्षा न करें:
Recognize the relationship between physical and mental health. Give preference to activities that support both. For your overall health, eat a balanced diet, exercise regularly and prioritize sleep. Maintain healthy lifestyle habits.
शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के बीच संबंध को पहचानें। उन गतिविधियों को प्राथमिकता दें जो दोनों का समर्थन करती हैं। अपने संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए संतुलित आहार, नियमित व्यायाम करें और नींद को प्राथमिकता दें। स्वस्थ जीवनशैली की आदतें बनाए रखें।
Don’t Over-commit: अतिप्रतिबद्धता न करें:
Avoid over-committing yourself to those activities, obligations and responsibilities that burden/weigh you down. When you feel overwhelmed and stressed, learn to prioritize your well-being and learn to say no when necessary.
अपने आप को उन गतिविधियों, दायित्वों और जिम्मेदारियों के प्रति अति-प्रतिबद्ध होने से बचें जो आप पर बोझ/दबाव डालती हैं।।जब आपको लगे की पानी सर से उपर जा रहा है और तनावग्रस्त अनुभव हो रहा हैं तब अपनी भलाई को प्राथमिकता देना सीखें और जब आवश्यक हो तो ना कहना भी सीखें।
Don’t Isolate Yourself: स्वयं को अलग न रखें:
Avoid isolating yourself when you are struggling with your Mental Health. Reach out to trusted friends, family members or your family doctor, mental health professionals for support and communication.
जब आप अपने मानसिक स्वास्थ्य से संघर्ष कर रहे हों तो स्वयं को अलग-थलग करने से बचें। सहायता और संपर्क के लिए विश्वसनीय मित्रों, परिवार के सदस्यों या अपने Family Doctor, मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों से संपर्क करें।
Conclusion: निष्कर्ष:
Include these do’s and don’ts in your daily life. You should prioritize your mental health and well-being. Practice self-care, ask for help when you need it, practice mindfulness, set healthy boundaries. Always remember to develop gratitude. Don’t ignore your feelings, don’t compare yourself with others. Avoid over-commitment, neglecting physical health and isolating yourself. With self-awareness and intentional actions, you can foster resilience. You can progress in all aspects of life. This is what prioritizing your mental health and living a fulfilling life is all about.
इन क्या करें और क्या न करें को अपने दैनिक जीवन में शामिल करे। आप अपने मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण को प्राथमिकता दे। आत्म-देखभाल करे, आवश्यकता पड़ने पर सहायता मांगे, सचेतनता का अभ्यास करे, स्वास्थ सीमाएँ निर्धारित करे। कृतज्ञता विकसित करना हमेशा याद रखें। अपनी भावनाओं को नज़रअंदाज़ ना करे, दूसरों से अपनी तुलना ना करे। ज़्यादा प्रतिबद्धता दिखाना, शारीरिक स्वास्थ्य की उपेक्षा करना और खुद को अलग-थलग करने से बचे। आत्म-जागरूकता और जानबूझकर किए गए कार्यों से, आप लचीलेपन को बढ़ावा दे सकते हैं। आप जीवन के सभी पहलुओं में आगे बढ़ सकते हैं। यही आपके मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना और एक संपूर्ण जीवन जीना है।